Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
किसी भी वजह से मन में Shiv chaisa कोई भय हो तो शिव चालीसा का पाठ करे।
मंत्र महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
हनुमान चालीसा लिरिक्स
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥ तुरत षडानन आप पठायउ ।
संकट में पूछत नहिं कोई ॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥